यदि आप चाहते हैं कि कोई काम पूरी संतुष्टि के साथ हो, तो इसे सुनिश्चित करने का केवल एक ही तरीका है और वह है इसे स्वयं करना। एक बुद्धिमान माँ अबाबील यह जानती थी और हमेशा उसी के अनुसार अपनी योजना बनाती थी।
माँ अबाबील अपने बच्चों के साथ मक्के के खेत के बीच में रहती थी। उसने छोटे पक्षियों को सिखाया था कि किसान जो भी कहे उसे ध्यान से सुनें, जब वह दिन में परिवार के लिए भोजन की तलाश में बाहर जाती थी।
कुछ समय तक छोटे बच्चों के पास बताने के लिए कुछ भी नहीं था। लेकिन एक शाम जब माँ अबाबील घर आई, तो छोटे बच्चों ने कहा,” हमने सुना है कि किसान अपने बेटे से फसल काटने की व्यवस्था करने के लिए कह रहा है क्योंकि पड़ोसी कल मकई काटने में उनकी सहायता के लिए आएंगे।”
“तो फिर हमें चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है,” माँ लार्क ने आत्मविश्वास से कहा।
अगली शाम छोटे बच्चों ने बताया कि किसान अपने बेटे के साथ फिर से वहाँ आया था, और उसे उम्मीद थी कि बेटा अपने चचेरे भाइयों को मकई की कटाई में मदद करने के लिए मनाएगा।
“अभी भी चिंता की कोई बात नहीं है,” माँ ने कहा।
लेकिन तीसरी शाम जब माँ अबाबील ने सुना कि किसान खुद फसल काटना शुरू करना चाहता है, तब उसने कहा, “अब समय आ गया है कि हम कहीं और जाएं,” और उन्होंने ऐसे ही किया।
अगले दिन किसान ने अपने पड़ोसियों या रिश्तेदारों की सहायता के बिना स्वयं अपना मक्का काटना शुरू कर दिया।
कहानी का सार: आप अपना काम करने के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रह सकते, इसे हमेशा स्वयं करें।