सभी जानवर एक साथ इकट्ठे हो गए थे, प्रत्येक दूसरे को दिखा रहे थे कि वह सबसे अच्छा क्या कर सकते है। शेर ने अपनी पूरी ताकत से दहाड़ लगाई। हाथी ने अपनी सूंड से आवाज़ की और अपने कान फड़फड़ाए। विभिन्न पक्षियों ने सीटी बजाई और मधुर ध्वनियाँ निकालीं और अपने सुंदर पंखों का प्रदर्शन किया। प्रत्येक जानवर ने अपनी विशेषताओं का प्रदर्शन किया।
हालाँकि, बंदर इंसानों के बीच रह चुका था और उसने उनके तरीकों को सीख लिया था। जब उसकी बारी आई कि वह क्या कर सकता है, तो उसने नृत्य किया। सभी जानवर उसकी अद्भुत कौशल को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। जब आख़िरकार बंदर रुका, तो सभी जानवर तालियाँ बजाने लगे और उनकी प्रशंसा की गूंज जंगल के बाहरी किनारे तक सुनाई दी।
फिर ऊँट उठ गया। वह भी चाहता था कि उसकी सराहना बंदर की तरह की जाए और ऊँट ने सोचा कि वह भी नाचेगा। लेकिन पहले कुछ ही मिनटों के बाद, जानवर उसके प्रदर्शन से काफी निराश हो गये। सभी जानवर चिल्लाने लगे, साँप फुँफकारने लगे और पक्षी हँसने लगे, जब तक कि ऊंट शर्मिंदा होकर उनकी नजरों से दूर नहीं चला गया।
कहानी का सार:- कभी भी दूसरों की नकल करने की कोशिश न करें।
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